बसंतोत्सव पर
बसंतोत्सव पर
बसंतोत्सव पर प्रकल्प मेरा संकल्प मेरा…
अपनी लेखनी से शब्द रूप मै दे पाऊँ…
नव प्रभात नव संचार मिलेगा
खुशियों का उपहार मिलेगा
कलम में मेरी धार रहेगी
नित नई रचना कर पाऊं
ऐसा एक विश्वास जगाऊँ
आओ मिल नव वर्ष मनाऊँ
बसंतोत्सव पर प्रकल्प मेरा संकल्प मेरा…
अपनी लेखनी से शब्द रूप मै दे पाऊँ…
प्रकृति सौंदर्य पर शब्द लिख पाऊँ
बिखेरे सारे शब्द सँजोऊ
बीते वर्ष की सभी स्मृतियां
अनुभव संग मैं लिखती जाऊँ
रह जाएंगे भाव अधूरे गर उनको
शब्द मैं दे न पाऊँ
बसंतोत्सव परप्रकल्प मेरा संकल्प मेरा…
अपनी लेखनी से शब्द रूप मै दे पाऊँ…
वर्ष की,शुरुआत शब्द उद्भव
नए नए काव्य खण्ड सजाऊँ
नव वर्ष की नव किरण से लेकर
नई ऊर्जा शब्दो में रच पाऊँ
माँ धरती पर कुछ रच पाऊँ
ऐसी शक्ति माँ सरस्वती से पाऊँ
बसंतोत्सव परप्रकल्प मेरा संकल्प मेरा…
अपनी लेखनी से शब्द रूप मै दे पाऊँ…
आँखों मे नव सपन सजाऊँ
तन स्वस्थ मन खुश रख पाऊँ
नव प्रकल्प संग संकल्प कर पाऊँ
नव कीर्ति पथ पर चल पाऊँ
ऐसा मैं नव वर्ष मनाऊँ
शब्द कीर्ति की पताका फहराऊं
बसंतोत्सव परप्रकल्प मेरा संकल्प मेरा…
अपनी लेखनी से शब्द रूप मै दे पाऊँ…