ज्योति किरण

Romance

5.0  

ज्योति किरण

Romance

बरसात

बरसात

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उमड़ घुमड़ कर बरखा आए।

बिजुरी चमके मोहे डराए।। 

रह-रह कर तेरा नाम पुकारूं।

मोहन तुम्हरी बाट निहारूं।। 


छम छमा छम बाजे पायल।

नैन बांवरे दर्श के क़ायल। ।

आ जाओ अब मोहन प्यारे।

दिल की धड़कन तुम्हें पुकारे।। 

       


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