भजन माँ के चरणों में ....... ..एक प्रयास
भजन माँ के चरणों में ....... ..एक प्रयास
जय जय माँ तेरा एक सहारा,
जो दुनिया में आया वो तेरा प्यारा।
हम संसारिक आकर्षण खोज रहे माँ तुझको
बस मन के भावों को न समझ पाया।
जय जय माँ तेरी कृपा हम समझ न पाये,
बस अपनी अपनी मन भावों को कहते हम आए।
जय जय माँ तेरी कृपा अपरम्पार हमें समझ न आए।
जीवन में तेरी कृपा अपने अपने कर्म से तूने हमको समझाया।
जय जय माँ में मन भाव से तेरे दर पर आया।
तू माँ मैं बालक तेरा बस काया माया का भ्रम छोड़ न पाया।
जय जय माँ तेरी कृपा को मैं मैं समझ न पाया.......
जय जय माँ तेरे चौखट पर शीश झुकाया और कृपा तेरी पाया।
जय जय माँ तेरी कृपा सदा पाया।
