STORYMIRROR

Brajesh Raja

Inspirational

4.3  

Brajesh Raja

Inspirational

बेटियाँ

बेटियाँ

1 min
321


घर की लक्ष्मी होती है बेटियाँ,

आन बान और शान है बेटियाँ।

पापा की परी होती है बेटियाँ,

माँ की लाडली है बेटियाँ।


घर की रौनक होती है बेटियाँ,

आंगन रूपी बगिया को महकाती है बेटियाँ।

चिड़ियों सी चहकती है बेटियाँ,

फूलों सी खिलती है बेटीयाँ।


कंगन की तरह खनकती

और पायल की तरह झनकार है बेटीयाँ।

इसकी-उसकी, हमारी-तुम्हारी नहीं,

हमारे भारत की शान है बेटियाँ

बेटी है तो कल है,आज है तो कल है।


Rate this content
Log in

More hindi poem from Brajesh Raja

Similar hindi poem from Inspirational