और क्या मांगू तुमसे
और क्या मांगू तुमसे
और क्या मांगू तुमसे,
ऐसा लगता है
सबकुछ पा लीया
तुम्हें पाके,
अब और कुछ मांगने का
मन ही नहीं करता
तुममे वो हर रिश्ता पाया,
जो मेने हमेशा मांगा था
तुम्हारे साथ वो हर खुशी मिली,
जो मेने हमेशा चाही थी
तुम्हारे साथ वो हर पल जिया,
जो में ने हमेशा जीना चाहा था
तुम्हारे साथ रह कर वो सबकुछ पाया,
जो मेने हमेशा पाना चाहा था
और क्या कहूं तुम्हारे बारे में
कहने के लिए लफ़्ज कम पड़ रहे हैं
तुम्हारी
हर बात पर प्यार आता है
तुम्हारा,
मेरे लिए सबकुछ करना,
तुम्हारा,
मेरे लिए इन्तजार करना,
तुम्हारा,
मुझे मनाने के लिए उठक बैठ्क करना,
तुम्हारा,
मेरे लिए आधी रात को आइस- क्रीम लाना,
तुम्हारा,
मेरी खुशी के लिऐ ना चाहते हुऐ भी शोपिंग के लिऐ आना,
तुम्हारा
मेरी हर छोटी बड़ी बात याद रखना
और क्या मांगू तुमसे,
आज तक जो भी पाया
तुम्हे पाने के लिऐ इस,
दुनिया, परिवार, यहाँ तक कि भगवान से भी लड़ गई
आज जितने के बाद लगता है,
हार-जीत का तो कोइ मतलब ही नहीं
बस प्यार ही प्यार है

