STORYMIRROR

Hajari lal Raghu

Inspirational

3  

Hajari lal Raghu

Inspirational

अस्तित्व के लिए नमन

अस्तित्व के लिए नमन

1 min
178


मुझे

अस्तित्व में लाने के लिए

मेरे लिए

अपना सब कुछ खोने लिए

तुम्हारी

उस जीत के लिए

मेरे

अस्तित्व के लिए नमन


कैसा

जद्दोजहद था वह

पर

तुम लड़ती गयी सब

दुखों को भूल कर

मुझ पर

आंचल डालती गयी

तेरे

उस संघर्ष को सलाम

मेरे

अस्तित्व के लिए नमन


पुष्प भी 

कठोर लगते है माँ

हवा भी

खरोंचती है

तेरी

आह को

मेरे

अस्तित्व के लिए नमन ।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational