अश्क आँखों में सरकार किसके लिए
अश्क आँखों में सरकार किसके लिए
अश्क आँखों में
सरकार किसके लिए ?
ज़िन्दगी है ये
दुश्वार किसके लिए ?
तेज़ धारा मेरा
क्या बिगाड़ेगी पर
जाऊँ तो जाऊँ
उस पार किसके लिए ?
कोई ऐसा नहीं
जो बचा ले तुम्हें
फिर बने तुम
गुनहगार किस के लिए ?
आज के दौर में
आम ये हो गया
ख्वाब किसके लिए ?
प्यार किसके लिए ?
एक ही जब है
मालिक मेरा आप का
बे सबब फिर है
तकरार किसके लिए ?
तुमने जाना नहीं
दर्द को जब मेरे
हैं मुहब्बत के
आसार किसके लिए ?
आप का हुस्न
खन्जर से कुछ कम नहीं
फिर उठाते हो
तलवार किसके लिए ?
प्यार के वास्ते
रब ने पैदा किया
फिर ये नफ़रत,
ये तकरार किसके लिए ?
जाग कर जिसकी खातिर
लिखे थे कभी
न सुने वो तो
अश्आर किसके लिए ?
आप के दिल में
'कौसर' मुहब्बत नहीं
तन्ज़ करता है
हर बार किसके लिए...?