"अनेकता में एकता"
"अनेकता में एकता"
आओ फिर
आदर्शवादी स्वरूप की
श्रृंखला से जुड़ जाएं,
लौकाचारी निर्मित करके
एक नई कहानी लिख जाएं।
हर वक्त की कशिश में,
सपने हज़ार बुन के
ख्वाबों की दास्तां में
एक मंजिल बन जाए।
आओ फिर से,
आदर्शवादी स्वरूप की,
श्रृंखला से जुड़ जाएं।
मिलजुलकर सब साथ रहें,
जात पात का बंधन छोड़कर
चलो किसी के दर्द का
हम मरहम बन जाएं।
आओ फिर से,
आदर्शवादी स्वरूप की
श्रृंखला से जुड़ जाएं।
तेरा मेरा भूलकर
अहंकारिता को दूरकर
बसुधैव कुटुम्बकम का
सिद्धान्त अपनाए,
आओ फिर
आदर्श स्वरूप की
श्रृंखला से जुड़ जाए ।