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VISHAL MAURYA

Abstract Inspirational Others

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VISHAL MAURYA

Abstract Inspirational Others

अगर तुम समझ पाओ तो !

अगर तुम समझ पाओ तो !

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शाम का रंग , सुबह और रात के मिलन से बना है।

अगर तुम समझ पाओ तो !


वो राजा का आलीशान महल, खून से सना है । 

अगर तुम समझ पाओ तो !


झिलमिलाती शोहरत, आजकल किस्मत पे फ़ना है । 

अगर तुम समझ पाओ तो !


ख़ुशी में लड़के भी हैं रोते, अरे बताना मना है । 

अगर तुम समझ पाओ तो !


उस लड़की का हौसला, घूंघट से तना है। 

अगर तुम समझ पाओ तो !


इस ग़ज़ल को मैंने नहीं, हालातों ने जना हैं । 

अगर तुम समझ पाओ तो !

© Vishaloktiya 

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