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Dinesh Dubey

Abstract

3  

Dinesh Dubey

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अधूरा प्यार

अधूरा प्यार

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जीवन में बहुत कुछ,

अधूरा रह जाता है,

जिसे हम चाहे और वह,

न मिले तो अधूरा प्यार ही है।

एक तरफा प्यार हमेशा,

अधूरा ही रह जाता है,

और कभी कभी इसका,

अंजाम बहुत बुरा भी होता है।

अधूरा प्यार कभी ना रहे,

ये तो हो नहीं सकता,

पर जो प्यार मिले उसे,

तो सच्चे से स्वीकार करे।



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