Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

Pammy Rajan

Inspirational

2  

Pammy Rajan

Inspirational

अबला कहलाती हूँ

अबला कहलाती हूँ

1 min
202


मैं अम्बा मैं हूँ जगदम्बा

जगजननी मैं जगत कुमारी

मुझसे ही ये जगत है सारा

मैं ही हूँ इस जगत की धात्री

माँ दुर्गा का रूप मैं हूँ

धारण की हूँ

लक्ष्मी सरस्वती के गुण।

मैं हूँ बेटी मैं बहन हूँ

मैं ही माता और पत्नी हूँ

मैं हूँ इस कुल की मर्यादा

मैं हूँ उस कुल की रक्षक

एक नारी के रूप में

कितने ही रूपो का दर्शन हूँ मैं,

फिर भी इस धरा पर ,न जाने क्यूँ

अबला कहलाती हूँ मैं ।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational