आत्महत्या नहीं करुँगी
आत्महत्या नहीं करुँगी
ज़िन्दगी सी नहीं
पर ज़िन्दगी हूं अपने माँ - बाप की
कह दिया मैंने उन परेशानियों से,
तुम भी रहो साथ मेरे रहना है तो,
लेक़िन तुमसे डरके
कैसे छीन लूँ,
उनकी ज़िन्दगी उनसे ?
मेरी ज़िन्दगी सिर्फ मेरी नहीं,
मेरे माँ-बाप का दिया हुआ गिफ्ट है,
भले पुराना है, भले पसंद नहीं मुझे अब,
लेक़िन फिर भी, माँ -बाप का दिया हुआ
सबसे प्यारा और पहला गिफ्ट है- मेरी ज़िन्दगी।
ना किसी को दूंगी और ना
किसी के लिए दूंगी मेरी ज़िन्दगी
ज़िन्दगी सी नहीं
बल्कि -ज़िन्दगी हूं मैं
अपने माँ-बाप की।
कोई हक़ नहीं मुझे उनसे,
उनकी ज़िन्दगी छीनने का,
नहीं नहीं नहीं कभी नहीं
आत्महत्या नहीं करुँगी।
कभी नहीं,
किसी परेशानी की वजह से नहीं
किसी के लिए नहीं,
किसी की वजह से नहीं
आत्महत्या नहीं करुँगी,
आज नहीं, अभी नहीं, कभी नहीं।
