आसान है
आसान है
संघर्षरत हों रास्ते तो
मंजिल का मिलना आसां है
माना भले अंधकार है
सुबह को आ ही जाना है
चलना है सदा रुकना ही नहीं
सांस थके थकना भी नहीं
कान्टो से ग्रसित हैं रास्ते
छलनी होगा डरना ही नहीं
रणभूमि में हरेक कदम
पिछले कदमों की अभिलाषा है
माना अभी अंधकार है
सुबह को आ ही जाना है
ईमान लगा है रास्तों में
तुम्हें बेईमान बनना ही नहीं
ज़मींदोज़ ना होना है
अरे तुम विमान रुकना ही नहीं
और भोर शाम को एक करो
पुरी करनी सब आशा है
माना अभी अंधकार है
सुबह को आ ही जाना है
संघर्षरत हों रास्ते तो
मंजिल का मिलना आसां है
माना भले अंधकार है
सुबह को आ ही जाना है।