STORYMIRROR

Jai Prakash Pandey

Abstract

2  

Jai Prakash Pandey

Abstract

आपका व्यवहार

आपका व्यवहार

1 min
175

 शरीर को चंगा रखो

दिमाग़ को ठंडा रखो 

जेब को गरम रखो

आँखों में शरम रखो 

जुबान को नरम रखो

दिल में रहम रखो 

क्रोध पर लगाम रखो

व्यवहार को साफ़ रखो 

होंठों पर मुस्कुराहट रखो

फिर स्वर्ग मे जाने की 

क्या जरूरत, यहीं स्वर्ग है

स्वस्थ रहो और व्यस्त रहो



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract