आखिरी मुलाकात
आखिरी मुलाकात
करनी है तुमसे आखिरी मुलाकात
मिलकर करनी है बहुत सारी बात।
साथ थे तो कितना अच्छा लगता था ना
और अब नींद भी नहीं आती है हर रात।
हां गलती हुई थी मुझसे मानता हूँ
मिल के बताना चाहता हूँ मैं हालात।
सुधारना चाहता हूँ सब कुछ हमारे बीच
और फिर से लाना चाहता हूँ मैं फरहात।
कर दूं सब तसद्दुक तुझ पर ही मेरी जान
बस एक बार कर ले तू मुझसे मुलाकात।
अब गुस्सा छोड़ो और आ भी जाओ
तेरे साथ करनी है अब नई शुरुआत।
तेरी यादों के सहारे कब तक जीऊंगा
अब इनसे चाहिए मुझे जल्दी निजात।
बहुत बुरा भला कहा था तुझे मैंने गुस्से में
लेकिन अब पता चला है तू तो है मुदारात।
अब तू ही है जीने की वजह मेरी इसलिए
मिल के मना लेंगे पकड़कर तेरे दोनों हाथ।
बस अब खलिश खतम कर आजा
और कर लेते हम फिर से इख्तिलात।