आकांक्षा
आकांक्षा
जीवन की लालसा अभिलाषा आशा
पूरी होती कभी ,अधूरी कहानी कभी अभिलाषा।।
अभिलाषा आकांक्षा महत्वकांक्षा
प्रतिस्पर्धा प्रतियोगी प्रतिक्रिया
मानव की अभिलाषा।।
गहरी नींद में जागती अभिलाषा,
स्वप्न याथार्त की गाथा अभिलाषा
दिवा स्वप्न हृदय अन्तर्मन की पीड़ा
अभिलाषा।।
अवसर और उपलब्धि की भाषा
परिभाषा अभिलाषा,साँसों धड़कन
प्रेम उत्कर्ष साथ सर्ग की अभिलाषा।।
राजा रंक की अभिलाषा दहसत
शक्ति की अभिलाषा दुनियां मुठ्ठी में
कर लेने का अन्तर्मन अंतर्नाद अभिलाषा।।
द्वंद आग की चिंगारी का मशाल
कभी अभिलाषा,आँगर आग में
शीतल शौम्य भी कही अभिलाषा।।
रक्त प्रभाह की सागर नदियाअभिलाषा
अन्तर्मन पर घावों की पीड़ा पुकार
नाद शंखनाद अभिलाषा।।
चंचल चित्त स्वार्थ की अविनि पर
काँटो मध्य पुष्प सी अभिलाषा
विश्वाश अविश्वास विश्वास घात की
जननी अभिलाषा।।
एक उदर के रिश्ते शत्रु अज्ञात
का साथ निभाती अभिलाषा
अहंकार मद की ग़ज़ व्यग्र अभिलाषा।।
त्याग बलिदान परमार्थ
लोक कल्याण की अभिलाषा
अभिमान के अन्तर्मन का छुपा
शत्र है अभिलाषा।।
आशा अहंकार की चिंगारी दुन्ध
द्वंद्व है अभिलाषा,कायर नही
पुरुषार्थ पराक्रम का उत्कर्ष है
अभिलाषा।।
सद्भावना प्रेम सुन्दर सुंदरता की
कल्पना सत्यार्थ का भाव अर्थ है
अभिलाषा।।
प्राणि के अन्तर्मन की सांस्कृतिक
सांस्कार की पहचान का सत्य सार्थक
का वर्तमान अतीत है अभिलाषा।।