आज़ादी का अमृत
आज़ादी का अमृत
आजादी का अमृत, जो सबके ह्रदय में ताजा,
जिससे भारत की आज़ादी की थी स्वप्न सजाकर।
उस अमृत की दो बूँदों ने उन सपूतों के ह्रदय में ज्वाला भर दी,
जो अपनी जान देकर लेने वाले थे इस देश की आज़ादी।
स्वतंत्रता का अमृत, जो न सिर्फ एक भूखे व्यक्ति को भरता है,
बल्कि भारत के हर नागरिक की आज़ादी की भूख को मिटाता है।
जो स्वतंत्रता का ज्वार था, जो इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय था,
वह अमृत था, जो हमारी आज़ादी की रचना का संग्रह करता है।
जो दीप्ति हमारी आँखों में जलती है,
वह आज़ादी का अमृत है, जो हमारे हृदय में उतरता है।
जो हमें आज़ादी का एहसास कराता है,
वह स्वतंत्रता का अमृत है, जो हमारे जीवन को जीने की ताकत देता है।
आजादी का अमृत, जो हमें नहीं भूलना चाहिए,
क्योंकि यह हमें याद दिलाता है, कि हमारी आज़ादी का मूल नेतृत्व करना चाहिए।
