आज के नेता
आज के नेता
तब के नेता गांधीवादी,
आज के नेता वाद-विवादी।
तब के नेता काटे जेल,
आज के नेता चौथी फेल।
तब के नेता खस्ता हाल,
आज के नेता माला-माल।
तब के नेता झेले गोली,
आज के नेता भरते झोली।
तब के नेता चतुर-सुजान,
आज के नेता है नादान।
तब के नेता गांधीवादी,
आज के नेता वाद-विवादी।
तब के नेता काटे जेल,
आज के नेता चौथी फेल।
तब के नेता खस्ता हाल,
आज के नेता माला-माल।
तब के नेता झेले गोली,
आज के नेता भरते झोली।
तब के नेता चतुर-सुजान,
आज के नेता है नादान।