नमन मंच
नमन मंच
![](https://cdn.storymirror.com/static/1pximage.jpeg)
![](https://cdn.storymirror.com/static/1pximage.jpeg)
बापू तुम्हारे तीनों बंदर ,
19वीं सदी के थे,
बुरा मत देखो बुरा मत कहो बुरा मत सुनो,
हमसे यह कहते थे,
शांति अहिंसा के पथ पर चलने का,
हमें संदेशा देते थे,
सदी बदली सोच बदली ,
बदल गए विचार,
बदलती सदी के साथ बदल गया,
उनका भी व्यवहार,
फैल रही इस युग में,
मक्कारी और भ्रष्टाचार ,
आंँखें मूंदे बैठी जनता,
मचने लगा हाहाकार ,
कर्ण मुंदें बैठे हैं सब,
सुनता नहीं कोई चित्कार,
होंठ सी लिए सबने ,
अवसरवादी भये अपार ,
शांति बदल गई क्रांति में ,
अहिंसा खो गई भ्रांति में ,
पथभ्रष्ट जनता को सुमार्ग पर लाने,
देशभक्ति की लहर जगाने,
धरती पर आओ बापू फिर एक बार।
-------------------