बेपनाह कोविड
बेपनाह कोविड
हो-ना हो-ना कोविड कोविड ,
तेरी राहेे कहां कहां..
क्यों आया तू, सबको माारने
मंजिल तेरी , है कौन सी,
यहां से तूू अब , दफा हो जा।
ऐसा कोविड फिर हो-ना-हो ,
सब वैक्सीन पर, ही तो है,
बेपनाह डर है, अब भााग जा
तेरा वक्त है, अब चलें जा।।।।
धुन,,
" सूूूना सूना , लम्हा लम्हा.........................................तेरा इंतज़ार है आजा।।।।"