मेरे पापा
मेरे पापा
मेेरे होने की खुशी उन्हें ही तो थी
मुझे गौद में लेकर आंखें नम उन्ही की तो थी
मेरा पहला कदम रखने पर, कहीं गिर न जाऊँ,
धड़कन तेज़ उन्हीं की तो थी।
मेरे आसपास हमेशा खुशियाँ रहे,
कोशिश उन्हीं की तो थी।
मेरे पास हर चीज़ हो, मेहनत उन्हीं की तो थी।
पहली बार रिपोर्ट कार्ड आया,
धड़कन तेज़ उन्हीं की तो थी।
मेरी राहों को कोई आसान बना रहा था,
मेरे लिए कोई अपनी जान दाँव पर लगा रहा था,
चोट मुझे लगी थी,
पर चुपके से आंसू तो कोई और ही बहाए जा रहा था।
मुझे दुनिया से बचाकर,
दुनिया की हर ठोकर कोई और ही खाए जा रहा था,
अपने ग़मों को भुलाकर,
मेरी हर ख़ुशी में कोई और ही खुश हुए जा रहा था।
वो है मेरे पापा।
वो है मेरे पापा।
