पुष्प
पुष्प
पुष्प सुगंधित माला,
पुष्पित जल कर अर्पित।
कंठ में विष हलाहल,
करें हर पल सब अर्पण।
बेलपत्र जल का जो,
करता चंदन से वंदन।
मिटे कष्ट रोग पीड़ा,
होये सब काम निर्मूल।
करता चल पुष्प तू,
अर्पित करना बखान,
चंदन तिलक लगा,
जल सुशोभित अर्पित।
