बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले
त्रिशूल धारी त्रिपुरान्तकारी
देह भस्म सारी
मंथन किया सफल
विष का पीया गरल
सिर पर माँ गंगा
गले लिपटे भुजंगा
नटराज भोले बाबा
अद्भुत अर्धनारीश्वर मेरे बाबा
डमरू तांडव सजाए
भांग घोट पिलाये
मेरे बाबा भोले कहलाये
तुझमे बस रमा मेरा मन
और बोले बम बम बम
सत्य तुझमे बसा बाबा
समस्त विश्व भृमण तेरा बाबा
पूर्ण माया तुझमे समाई
संग संग पार्वती माई
अद्भुत बाबा की छटा
मेरे बाबा शिव शंकरा।
