ले उतार ले भस्म का नशा- शिव तेरे रंग में रंग गई... ले उतार ले भस्म का नशा- शिव तेरे रंग में रंग गई...
कुछ खामोशी बहुत कुछ कह देती है खुशियों के घर में कुछ ग़म धर देती है! कुछ खामोशी बहुत कुछ कह देती है खुशियों के घर में कुछ ग़म धर देती है!
प्रेम यज्ञ की ज्वाला में तुम आहुति बन उतरे। प्रेम यज्ञ की ज्वाला में तुम आहुति बन उतरे।
तेरा खयाल रखने कि तेरा खयाल रखने कि
इतना गुरूर एक दिन उसका, मृत्यु से जब चूर हुआ, इतना गुरूर एक दिन उसका, मृत्यु से जब चूर हुआ,
मानो मुमताज का ताज, बन जाती बूंदें मानो मुमताज का ताज, बन जाती बूंदें