ये कमाल अब नहीं आते क्या
ये कमाल अब नहीं आते क्या
हमारे ख्याल अब नहीं आते क्या,
ऊल - जुलूल सवाल अब नहीं आते क्या,
मेरे बाद कौन संवारता है इन्हें.
चेहरे पर बाल अब नहीं आते क्या ।
इश्क में तुम्हारे लाखों थे पागल,
वो मोहब्बत के जाल अब नहीं आते क्या ।
मेरी निगाहें तुम से हटती न थी,
ये हुस्न के कमाल अब नहीं आते क्या ।
जिसे देखो जिस्म पर मरता है गौरव,
सपनों में वो रेशमी रूमाल अब नहीं आते क्या ।

