वजह
वजह
तुम्हें कोई भी बेवजह नहीं कहते, तू क्यों नहीं समझती ज्यादा खायेगी, मोटी हो जाएगी। फिर कोई तुझसे शादी नहीं करेगा समझी।" विद्म्य पिंकी को समझाते हुए कहा।
माँ देखो न भाई कैसे मेरे खाने पर नजर लगा रहा है। मुझे मोटी कह रहा है। एक बात बोलो न माँ शादी के लिए क्या जरूरी है, मेरा ज्यादा खाना जिसके कारण मैं मोटी हो जाऊँगी, मैं सुंदर नहीं दिखूँगी तो कोई मुझसे शादी नहीं करेगा, या ये कि दिल साफ हो, दिल में कोई मैल न हो, दिल में सबके लिए प्रेम हो। बोलो न माँ क्या शादी के लिए सुंदर होना ही एक जरूरी होता है। क्या ये वजह काफी नहीं कि आपकी बाहरी सुंदरता से ज्यादा भीतरी सुंदरता कैसी है। वो है भी या नहीं ? पिंकी अपनी माँ से जब ये प्रश्न किया तो सहसा पिंकी के इस कथन से विचलित सी हो उठी।
तभी उसकी माँ नें पिंकी के सिर पर हाथ फेरते हुए कहा कि बिटिया तू बिल्कुल सही कह रही है। शादी के लिए सबसे ज्यादा जरूरी भीतरी सुंदरता है। और सबसे ज्यादा ये मायने रखता है कि सामने वाले के दिल में भी आपके लिए उतना ही सम्मान व प्रेम है भी या नहीं। बिटिया मै तुझसे वायदा करती हूँ कि तेरी शादी मैं उससे करवाऊँगी जो तेरे मोटापे को नजरअंदाज करते हुए तेरी ऊपरी सुंदरता से नहीं तेरे भीतरी सुंदरता से प्यार करेगा। उसको अपनाना चाहेगा तो ही मै अपनी बिटिया का हाथ उसके हाथ में दूँगी।
विदम्य नें पिंकी को गले लगाते हुए कहा हाँ पिंकी माँ सही कह रही है, हम उसी लड़के को तेरा वर बनाएँगें जो तुझसे प्यार करेगा ये मेरा वायदा है।