तब बोलो जय श्री राम
तब बोलो जय श्री राम
जब नैनों में अँधेरा
दीखता न हो सवेरा
पूरे होंगे सारे काम
बोलो तब जय श्री राम।
बेबशी जब आये हाथ
जब न हो कोई साथ
जब न हो आराम
बोलो तब जय श्री राम।
संकट के घिर आये बादल
जब हो जाओ तुम घायल
लगे जब हो खुद की शाम
बोलो तब जय श्री राम।
जब हारने लगो जीवन की दौड़
पर बनना चाहो तुम सिरमौर
पहुँच जाओ उनके धाम
जोर से बोलो जय श्री राम।
