सफ़र
सफ़र
आज इस शहर के उसी घाट पर मैं बैठी हूँ जहाँ तुम्हारे संग आने का वादा था। याद है तुमने हंसते हुए एक दिन मुझसे कहा था कि
"सुनो, तुमको अगर बनारस से प्यार नहीं हुआ तो सब बेकार है"
पर मैने भी जवाब में_ "मुझे तुमसे जो इतना प्यार है इसलिए बनारस जलता है मुझसे। "