संसद में दुर्योधन
संसद में दुर्योधन
प्रतिमाओं की पूजा होती
प्रतीकों का होता सम्मान बड़ा
पितृ पक्ष में छप्पन भोगों से
पितरों की होती शांत क्षुधा
भारत की कोई बात नहीं
झंडे पर बहसें होती है
संविधान में आग लगा
राजनीति की रोटी सेंकी हैं
जो जितना चिल्लायेगा
उतनी भक्ति प्रबल होगी
ऐसे संसद में
राष्ट्र की नींव सबल होगी
राष्ट्र में समता लायेंगे
हमारे चुने हुए दुर्योधन
पांचाली का चीर बचाएंगे
शकुनी और दुशासन
चूहों के हित में अब
कानून बनाएगी बिल्ली
ऐसे भारत को
सम्मान दिलाएगी दिल्ली
