रामायण पर हो रही महाभारत
रामायण पर हो रही महाभारत


कुछ लोग दूरदर्शन से रामायण के पुनः प्रसारण पर आपत्ति जता रहे हैं, उनका कहना है कि ग्रामीण इलाके में टेलीविजन कम होते हैं तो कई लोग जाकर एक घर में इस तरह के प्रसारण देखा करते हैं. तो क्या यह माध्यम नहीं हो सकता है कि हम जब रामायण का प्रसारण कर रहे हो तो उसकी शुरुआत में या आधा घंटा पहले से हम कई अभिनेताओं के माध्यम से या नए-नए कार्टूनों के माध्यम से हम लोगों तक यह संदेश भी फैलाएं,
पहुंचाएं कि वह अपने घर में बाहर से अन्य लोगों को फिलहाल अभी न आने दे. कोरोना वायरस के बारे में उनको बताएं .सरकार ने क्या-क्या स्टेप लिए हैं यह भी हर 15 मिनट में एडवर्टाइजमेंट की तरह दिखाकर उन को जागरूक करें. ग्रामीण इलाके में जैसा सभी कहते हैं कि लोगों को नहीं पता है कि हमें क्या करना चाहिए, कैसे रहना चाहिए, मेरा मानना यह है कि हम इस माध्यम से लोगों को कई बातें बता सकते हैं लोगों को अपने पड़ोसियों की मदद करने के लिए जागरूक कर सकते हैं।
लोगों को यह हम बता सकते हैं कि आसपास जो जानवर हैं उनकी भी जिम्मेदारी हम पर हैं, और यह भी बता सकते हैं कि आसपास कहां पर उनकी सहायता के लिए सहायता केंद्र बनाए गए हैं .कहां से उनको फ्री में राशन मिल सकता है, या कहां से किस परिस्थिति में उनको कहां से संपर्क करना चाहिए. हमेशा इसको नकारात्मक ढंग से ही क्यों देख
ा जाता है क्यों हिंदू मुसलमान... यह हिंदू का सीरियल है यह मुसलमान का सीरियल है ऐसा राजनीति क्यों की जाती है।
हर चीज में नकारात्मकता रखना सही नहीं है इसके सकारात्मक पहलू भी देखिए और कहां तक इसकी पहुंच है और इसके माध्यम से हम क्या क्या कर सकते हैं, क्या क्या कह सकते हैं .इसके ऊपर भी ध्यान दीजिए. मुझे तो खुशी इस बात की है कि वह जो लोग कहा करते थे अब दूरदर्शन कोई नहीं देखता सबके घर में डिश टीवी लगी है अब कोई रेडियो नहीं सुनता सब लोग प्राइवेट FM के गाने सुनते हैं अगर ऐसा है तो आपको इतनी परेशानी क्यों है।
जब आप मानते हैं दर्शक कम हैं तो आपको तो इस बात पर बोलना ही नहीं चाहिए कि लोग एक जगह पर आकर देखेंगे. मेरा सरकार को और प्रसारण विभाग को इनफॉरमेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्ट्री को दूरदर्शन और आकाशवाणी के मैनेजमेंट को सुझाव है कि यह प्रोग्राम रेडियो पर भी प्रसारित किया जाए माना कि लोग यह नहीं समझ पाएंगे कि यह संवाद राम का है कि रावण का है लेकिन जैसे चंद्रकांता या अन्य हवा महल में कहानियां सीरियल हम प्रसारित करते रहे हैं वैसे ही अगर आकाशवाणी के माध्यम से हम यह रामायण का भी प्रसारण करेंगे तो वह जिनके घरों में टेलीविजन नहीं है वह भी आसानी से अपने मोबाइल पर अपने रेडियो सेट के माध्यम से रामायण को सुन सकते हैं।