राजू ओर उज्ज्वल
राजू ओर उज्ज्वल


तेरे बस की बात नहीं
उज्ज्वल हाथ पर मोबाइल लिए बैठा था, घर के काम करने आया चम्पा मौसी का बेटा राजू पास में खड़ा कब से आँख फाड़ कर मजे ले रहा था। आखों में आँखें डाल, ज़ोर से उज्ज्वल बोला जा इधर से,
ये तेरे बस की बात नहीं। मुंह छिपा के चला गया राजू।
कुछ देर में किचन से जोरदार आवाज़ आया। राजू देखा उज्ज्वल टूटते हुए आचार के बोतल के पास गिर पड़ा है। बिस्किट लेने आया था बिचारा । राजू हाथ आगे बढ़ाते हुए कहा उठो भैया में किचन साफ कर देता हूँ, ये आपके बस की बात नहीं।