प्रेम की नई राह
प्रेम की नई राह
यह कहानी है प्रेम की, जो दिलों को जोड़ता है और जीवन को सुंदरता से भर देता है। एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में रहने वाला लड़का विक्रम और एक छोटी सी गांववाली लड़की मृणाली आपस में मिलते रहते थे। वे दोनों साथ खेलते, हंसते और मिलते-जुलते थे। प्यार की नई कहानी उनके दिल में उगने लगी थी।
विक्रम और मृणाली का प्रेम उनके गांव के लोगों के लिए एक अजीब बात थी। उन्होंने खुशी के लम्हों को जीने का तरीका सीख लिया था। जब वे साथ होते, दुनिया की हर दिक्कत दूर हो जाती थी। परंतु जैसे-जैसे दिन बितते गए, उनकी ये प्रेम की कहानी उनके गांव में फैलती गई।
गांव के एक अमीर और अहंकारी आदमी ने इसके बारे में सुना और उसे गलत समझा। उसने विक्रम को धमकियाँ देनी शुरू कर दीं और मृणाली से अलग होने को कहा। धीरे-धीरे विक्रम और मृणाली के बीच दूरियाँ पैदा होने लगीं। परंतु प्रेम का आग जली हुई थी,
फिर एक दिन, गांव में आया एक संगीत कार्यक्रम जहां स्थानीय कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। मृणाली इस कार्यक्रम में गाना गाने का अवसर पाई और वह एक गाना विक्रम को समर्पित करने का निश्चय कर लिया।
संगीत कार्यक्रम के दिन, जब मृणाली गाने के लिए मंच पर उतरी, वह एक गाने के लिए सिर्फ विक्रम की तरफ देखी। गाना शुरू हुआ और सभी लोग मृणाली की मधुर आवाज़ में खो गए। विक्रम को गाना समर्पित करते हुए, मृणाली ने उसके आँखों में देखा कि प्यार और विश्वास की एक किरण फिर से जगमगाने लगी।
गाना समाप्त होते ही विक्रम मंच पर पहुंचा और मृणाली के पास आया। उसने उसे गले लगाया और कहा, "मुझे माफ करो, मैंने तुम्हें धोखा दिया। मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता।" मृणाली ने उसे गले लगाकर कहा, "विक्रम, प्रेम विश्वास के बिना अधूरा होता है। हमारा प्यार हमें फिर से एकजुट कर दिया है।"
गांव के लोग इस दृश्य को देखकर चकित रह गए। वे उस अमीर आदमी के गलत धारणाओं का आभास करने लगे और समझे कि प्रेम में कोई जाति या समाज का भेदभाव नहीं होता। वे अपनी गलती स्वीकार करने लगे और विक्रम और मृणाली के प्रेम की सच्चाई को सम्मान देने लगे।
विक्रम और मृणाली की प्रेम की कहानी ने गांव में प्रभाव डाल दिया। गांव के अन्य जोड़े भी अपने प्यार को नई दृष्टि से देखने लगे और जाति और समाज के पाबंदियों को तोड़कर प्यार को महत्व देने लगे।
