पहली मोहब्बत
पहली मोहब्बत
आज अचानक 5 सालों बाद उससे मुलाकात हो गई। जब पहली बार इतने सालों बाद मिली।तो उस समय के सारे बातें नजरों के सामने आने लगी।
आज से 5 सालों पहले जब हमारी पहली मुलाकात हुई थी। दिल एक नजर देखा उसको और उसका दिवाना हो गया।
सफेद सुत में खुले लम्बे काले बाल चेहरे पे इतनी मासुमियत इतनीसागदी मानों असमान से परी उतर आई हो उसे देखते ही दिल की धड़कन बढ़ गई। और आंखों में उसे अपना बनाने का खवाब सजने लगी
उस पल के बाद दिल बस यही चाहने लगा कि एक नज़र उसका दिदार हो जाये। धिरे धिरे समय बितने लगी और में उसके बारे में सोचते हुए। उसे छुुप छुप कर के देेखने लगा।
एक दिन वह कैैंटिग में अकेेल बैठी चाय पी रही थी में उसके पास गया और कहाँ।
हांय।
में यहाँ बैठ सकता हुुं
जी बिलकुल!उसने हल्की सी आवाज में बोली।
उसकी इस मधुर आवाज को सुन कर मानों और
कुछ सुनाई ही नहीं दे रहा था।
में उसके पास बैठ गया।
फिर धिरे-धिरे हमारे बीच में बातें सुरु हुई।
मेने उसका नाम पुछा।
उसने हल्की आवाज में कहाँ।
जी आरती।
फिर धिरे धिरे हमारे बीच दोस्ती हो गई।
अब हम दोनों हर जगह साथ धुमते थे मस्ती करते थे में उससे बहुत प्यार करता था पर उसे बताने से डर लगता था समय बितता गया। पर मुझ में इतनी हििम्मत नहीं हो पाई की में उसे अपने दिल की बात बता सकु। और एक दिन वह पढाई करने के लिए कोलकाता चली गई। और में उसका पढाई खत्म होने का इंतजार करने लगा। फिर एक दिन उसका कांल आया।कि वह वापस आ रही है। में बहुत खुश था और तैयार हो के में उससे मिलने गया।
वह मुझे कुछ बताने वाली थी। मेेेनें सोचा कि सायद आज वह मुझसे आज वह मुुुझसे बोलेेेगी
राज "आई लव यू"
में पुरे रास्तेे अपने मन में यही सोचते हुए जा रहा था। मन में कई सारे उथल-पुथल लिए पहुंच गया में उससेेे मिलने।
जब मैं वहाँ पहुंचाा।
तो उसने मुझे देखते ही बोल परी
राज! कितनी देर कर दी मुझे तुम्हे कुछ बताना है।
मेने बडे़ पयार से कहा! हााँ आरती बोलो!
राज मुझे प्यार हो गई है।
अच्छा कौन है वह। मुझे लगा वह मेरा नाम लेेेगा
वह में कोलकाता गई थी। वही पेे मुुझे ऐक लडका से प्यार हो गई और हम दोनों शादी करने वाले है।
उसने कहा!
में एकदम से सहम गया मानों सर पे आसमान गिर गया हो। में अंदर से टूट चुका था।
फिर में उसको देखा वह वहुत खुुश थी। तो खुद को उसके सामने एक दोस्त साबित कर दिया। और उसके खुशीयीं में उसका साथ दििया।
फिर वह शादी करके अपने पति के साथ चलीं ग ई। और में भी अपने काम में बििजीी हो गया।
उसके बाद न ही हमारे बीच बात हुई। और न ही मुलाकात। पर मेरे दिल में हमेशा के लिए मेरा एक तरफा प्यार रह गया। में ने शादी नहीं की कयोकि मेरे दिल में सिर्फ उसके लिए जगह थी। जिसे कोई नहीं ले सकता।
और आज जब अचानक 5 सालों बाद उससे देखा तो दिल में वषोॅ से छुपाया हुुआ प्यार का समन्दर उभर आय। और आंखों में आंसू बन भर आये।
वह बिलकुल नही बदली। आज भी चेहरे पर वही मासुमियत वही शरारत भडी नजरें।
मानो जिंदगी फिर से 5 साल पीछे चल पड़ी हो।

