पहला पहला प्यार
पहला पहला प्यार
मैं थी कली वो था भंवरा
गुनगुन करता आया
प्यार के अलग जलाया
मैं नादा समझी ना
पहले प्यार की दस्तक
बारिश की बूंदों से आया
तन मन को भिगोया
मे नादा समझी ना.....
गीली माटी की महक सा
वो मुझको भाया
मे नादा समझी ना पहला पहला प्यार
बसंत में पतझड़ सा आया
भादो में होली की तरह
सात रंगों सा मुझ में समाया
नैना दा समझी ना...
अखियां मिली जबसे उससे
मन में बजे बांसुरिया
तन मन मेरा डोला
ये पहला पहला प्यार है
मैं थी कली
वो था भंवरा।

