Priyesh Pal

Tragedy

5.0  

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Tragedy

नियम

नियम

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अम्बर, रोशन, शोभित काफ़ी दिनों बाद मिले थे। सड़क पर खड़े अख़बार में छेड़खानी और बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त हो रही थी की तभी सामने से आ रही स्कूटी को देख अम्बर बोला "क्या माल है" और तीनों की नज़रें लड़की की तरफ़।

रोशन: क्या भाई फिगर तो देख, आज तो दिन बन गया। 

चाय का दौर शुरू हुआ कि तभी एक दूसरी स्कूटी को दूर से आते देख रोशन कुछ बोलने को हुआ की तपाक से अम्बर कहता है 'बहन आ रही है मेरी' और तीनों के मन में इज्जत का भाव पनप गया।

बहन के जाने के बाद शोभित बोला "भाई सरकार को नियम बनाना चाहिए तभी इन बलात्कारियों को सबक मिलेगा।"

मैं उनके पास खड़ा उनके दोहरेपन पर हँस रहा था।


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