निशानी
निशानी
दो दोस्त था /एक फूल वाला और दूसरा तेल वाला/ फूल वाला को एक बार तेल वाला उसके पूछने पर मदद किया/ ₹1000 रुपया रून मांगा था तो तेल वाला भी दे दिया ।लेकिन जरा दिन के बाद तेल वाला उनके खर्चा के लिए पैसा वापस मांगते समय फूलवाला इनकार कर दिया जब एक समय तेल वाला घर को फुल वाला जाते समय उनका बटुआ घर में छोड़कर चला गया तेल वाला ।इसलिए फूलवाला ने उसे छुपा रख लिया ।टेलवाला वापस मांगते समय फुल वाला मना कर दिया मैंने नहीं उठाया ।एक ज्ञानी के पास तेल वाला गया और कहानी बथा तो उस ज्ञानी ने दोनों को बुलाया उन दोनों के बटुआ मांगे और निर्णायक की फूलवाला की धोखेबाज तेल वाला।तेलवाला समझा नहीं फिर सज्जन से पूछते समय उसने बताया कागज में तेल का निशानी था।