मायके जाने का मन नही है
मायके जाने का मन नही है
"शीनू छुट्टियां होने वाली है कल्पना की तो क्या प्लान है ?"
"कुछ नहींं"
"मतलब घर जाने का है ना ??ससुर साब का फोन आया था पूछ रहे थे"
"नहीं इस बार नहींं जाना, यहाँ आपको दिक्कत हो जाती है, मम्मी जी की तबियत भी इतनी ठीक नहींं रहती"
"अरे यार तुम तो ऐसे कह रही हो जैसे शादी के बाद कभी गईं ही नहींं, 10 km का फासला है, इतनी दूर नहींं कि कोई परेशानी होने पर तुम्हे लाने के लिए सोचना पड़े, खाली खाने का तो काम है 1 महीने के लिए बाकी काम के लिए कामवाली रख लेंगे"
"ऐसे एक महीने के लिए कोई नहीं आएगी"
"वो मेंरा काम है, तुम ना जानें का असल रीज़न बताओ"
"रोहित शादी के बाद लड़की मायके जाती है की अपनी रोज़ मर्रा की जिंदगी से कुछ सुकून पा सके लेकिन वहाँ सबने मुझे अपने तनाव मुक्त करने का ज़रिया बना लिया है, ."
"मेंरे माँ बाप है भाई भाभी है, सबसे बहुत प्यार करती हूं पर जिसके पास बैठू वही दूसरे से अपनी शिकायत बताने लगता है"
"दिक्कते,कलह थोड़ा बहुत हर घर में है, पर ज्यादा घुटन इसलिए होती है कि मैं कुछ कर नहींं सकती, "
"पापा को भाई से ये दिक्कत पैसे का हिसाब नहींं देता, मुझसे ये नहींं पूछा, मुझसे वो नहींं पूछा""
"भाई को दिक्कत की कोई काम अपने हिसाब से नहीं कर सकता जबकि सारा घर संभालता हूं"
"मम्मी को भाभी से दिक्कत की उनके हिसाब से काम नहीं करती,भाभी को मम्मी से दिक्कत की हर बात मेंं अपने जमाने का राग गाती है"
"भाई कहता है भाभी उसकी बिजी लाइफ नहींं समझती,भाभी कहती है टाइम नहींं देते"
"इसी तरह की 100 शिकायतें मेंरा इंतजार कर रही होती है, हर मेंरे सामने अपना दुःख बता रो देता है, मैं भी साथ रो देती हूं, '
"पर तुम बताओ मैं क्या करूँ ? थोड़े दिन के लिए जाती हूं किस पर गलती का ठीकरा फोड़ दु, ? किसे सही
बता दूँ?""यही मेंरी घुटन का कारण बनता है, कुछ कर नहींं सकती इसलिए उनका निकाला गया सब तनाव अपने साथ ले आती हूं, कई दिन तनाव मेंं निकल जाते है, "
मम्मी, पापा, भाई, भाभी सबका चेहरा घूमता रहता है, "
"उनकी प्रॉब्लम सुनना भी चाहती हूं क्योंकि मेंरा परिवार है, बचना भी चाहती हूं क्योंकी वो तनाव यहाँ आकर इस परिवार को प्रभावित करता है"
"हम्म तो यहीं कारण हैं कि तुम वहाँ से आकर अनमनी सी रहती हो कुछ दिन, मैं सोचता था मम्मी पापा के पास से आती हो तो मिस करती हो उन्हें"
"बताओ क्या करूँ??"
"ये करो कि छुट्टियों में जाओ और जो सब बातें मुझसे कही वही बातें धीरे धीरे प्यार से वहाँ सबको बताना की कैसे उनकी परेशानी से तुम तनाव मेंं आ जाती हो, अपना ये टाइम फ्री माइंड नहीं बिता पाती"
"I m sure, उन लोगो को ये अंदाजा ही नहीं होगा कि तुम पर क्या बीतती है, वो तुमसे बहुत प्यार करते है समझ जाएंगे इस बात को"
"साथ ही तुम भी ये समझो कि वो किसी को नहींं बता सकते इसलिए तुम्हे बताते है, और आखिर मेंं वो सब एक ही रहेंगे क्योंकि वो एक परिवार है इस परिवार की तरह"
"तुम भी यहाँ का कुछ ना कुछ तनाव वहाँ निकालती होगी इसका मतलब ये थोड़ी है कि तुम इसे अपना परिवार नहींं मानती "
"तो उनकी बातें सुनते हुए बस ये सोचो कि दिक्कत मेंं यही लोग एक दूसरे का साथ देंगे, तुम हर बात के लिए हर समय वहाँ उपस्थित नहींं हो सकती
"बस ये सोचकर चेहरे पर स्माइल ले आओ की जिस भाई की शिकायत पापा कर रहे है वहीं उनकी दवाई लाता है, dr को दिखाता है"
"वही पापा भाई को अपने अनुभव से अच्छे बुरे का ज्ञान कराते है, उसका कवच बने है"
"वहीं मम्मी तुम्हारे भतीजे भतीजी की दिन भर देखभाल करती है,वही भाभी पूरे घर का ख्याल रखती है"
"अब बताओ किसका तनाव ? कैसा तनाव ?"
"अरे वाह रोहित मेंरे साथ रह कर तुम तो बहुत समझदार हो गए"
"अच्छा जी"
"हां जी, और अब मुझे बैग पैक करने दो जाने का"
"अरे यार तुम्हारी याद आएगी"
"क्यो 10 km ही तो है मिलने आ जाना'
"ओहो मेंरा dialog मुझे ही चेप दिया"
"हांजी"
"ऐसे ही हंसती रहो अच्छी लगती हो"
"आप हमेशा ऐसे रहोगे तो मैं भी हमेशा ऐसे ही हंसती रहूंगी, वैसे भी अब तो वैसे भी उनके लिए पराई हूँ।"