लंगूर की सूझ
लंगूर की सूझ
एक बहुत बड़ा और घना जंगल था। जंगल में शेर, चीते आदि सभी प्रकार के जानवर रहते थे। एक दिन एक शिकारी जंगल में शेर का शिकार करने आया। शाम ढल चुकी थी। शिकारी जंगल में घूम-घूम कर परेशान हो चुका था, लेकिन कहीं कोई शेर दिखाई नहीं दिया शिकारी निराश होकर वापिस जाने ही लगा था कि अचानक एक शेर गुर्राता हुआ शिकारी पर टूट पड़ा । शिकारी ने चतुराई से काम लिया और बन्दूक संभालते हुए शेर पर गोली चला दी। गोली शेर के पैर में लगी, अब क्या था शेर गुस्से से दहाड़ता हुआ शिकारी की तरफ बढ़ा । शिकारी दूसरी गोली चलाने वाला ही था कि अचानक वृक्ष पर बैठे लंगूर ने शिकारी पर छलांग लगा दी। इससे शिकारी का निशाना चूक गया और बंदूक हाथ से गिर पड़ी। अब शिकारी निहत्था हो गया और शेर उस पर झपट पड़ा लेकिन लंगूर ने समझाया भैया जब तुम किसी को जीवन दे नहीं सकते तो तुम्हें किसी को मारना भी नहीं चाहिए। शेर के बात समझ में आ गई और शेर जंगल में पहाड़ की तरफ चला गया। शिकारी ने अब किसी की हत्या न करने का वचन ले लिया था।
