GURU SARAN

Inspirational

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लिली

लिली

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लिली जब 5 वर्ष की थी उसके पिता जोजेफ़ की जीवन लीला समाप्त हो गई ।मारिया ने लीली को पिता और माँ दोनों का प्यार दिया। जब जोजेफ़ जिंदा था तब भी मारिया चाय बागानों में काम करने जाती थी जिससे लिली का लालन पोषण सही ढंग से हो सके क्योंकि जोजेफ जो भी कमाता था वो शराब पीने में उड़ा देता था, मारिया की पगार से घर चलता था।जोजेफ को गुजरे हुए अभी एक वर्ष ही बीता है, लिली 6 वर्ष की हो गई लेकिन अभी तक स्कूल नहीं जा पाई मारिया काम पर जाने पर उसे राबिया काकी के पास छोड़ जाती है, राबिया काकी बहुत नेक महिला है। अब्दुल काका की ग्राम में ही पंसारी की

दुकान है, साहिल अब्दुल काका का बेटा सेना में था युद्ध में शहीद हो गया। काका काकी अपने बेटे की शहादत पर नाज करते हैं।


काका कहते है कि खुदा एक बेटा और देता तो उसको भी वतन की खिदमत में पेश कर देता। काका लिली को परी कह कर बुलाते है। इधर कुछ दिनों से मारिया की तबीयत खराब चल रही है फिर भी वो अपने काम पर नियमित जा रही है, काकी ने कहा भी मारिया तुझे लगातार हरारत रह रही तू रहमान से दवा क्यों नहीं ले लेती, लेकिन मारिया अपनी तकलीफों को नजरअंदाज कर अपनी ड्यूटी पूरी करती रही। एक दिन बगान में काम करते हुए मारिया

बेहोश हो गई खबर तुरन्त मैनजर के पास पहुँची मारिया को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जाँच के बाद पता चला कि मारिया को टी बी हो गई है। बगान की अन्य महिलाओं ने राबिया काकी को खबर दिया, काकी ने काका से अस्पताल चलने को कहा, काका दुकान बन्द कर चलने को तैयार हो गए काका ने कहा," लिली को जुनैद के घर पर छोड़ दो "लिली को जुनैद के छोड़ कर काका, काकी सदर अस्पताल गए। राबिया को होश आ गया था, राबिया लिली की चिंता कर रही थी राबिया ने काकी से कहा," आप मेरी बहन रोजी को अस्पताल आने को बोल दीजिए मैं उसका नम्बर देती हूँ " काका ने उसकी बहन को फोन कर दिया। रोजी लगभग 9.00 बजे कुछ कपड़े और खाना वग़ैरह ले कर अस्पताल पहुँच गई। रोजी के आने के बाद काका काकी अस्पताल

से गांव के लिए निकल पड़े। घर पहुँचते 2 रात के 10 बज गए। जुनैद के घर पर लिली सो गई थी काका उसे गोद में उठा कर घर ले आए। सुबह उठते ही

लिली ने काकी से कहा," दादी, माँ कहाँ है" काकी ने कहा," बेटा माँ की तबीयत ठीक नहीं है जल्द ठीक हो जाएगी " रात 10.00बजे जब राबिया काकी और अब्दुल काका सो गए तो लिली धीरे से उठ कर दरवाजा खोल कर बाहर आ गई घर के पीछे एक पुराना बरगद का पेड़ है लिली उसके नीचे बैठ कर रोते हुए अपनी माँ के जल्द ठीक होने के लिए जिसस से प्रेयर करने लगी। प्रेयर करने के बाद जब आँख खोली तो लिली ने देखा सामने काली के मन्दिर के चबूतरे पर दो चमकीले तारे आसमान से जमीन पर उतर आए है। वो एकटक उनको देखती रही धीरे 2 वे तारे पेड़ केे नीचे लिली के सामने आ गए

लिली डर गई उसने कहा," आप कौन है" उन्होंने कहा,"हम ऐलियेनस है, तुम डरो नहीं, तुम रोते हुए प्रेयर कर रही थी क्यों ?" लिली ने कहा," क्या आपको जीसस ने भेजा है मेरी माँ बीमार है, उसके जल्द ठीक होने के लिए प्रेयर कर रही थी" उनमें से एक ऐलियन ने कहा," तुम्हारी मां जल्द ठीक हो जाएगी तुम माँ को जब पानी देना तो कहना ये पानी दवा बन कर मेरी माँ को जल्द ठीक कर देगा और जब डॉ की दवा देना तब भी यही कहना और इस पर फेथ भी करना मैं भी अपने विचार शक्ति से तुम्हारी माँ को ठीक करने का प्रयास करूंगा और एक बात जीसस के बच्चे कभी रोते नहीं " दूसरे ऐलेन ने पूछा ," बच्चे तुमने अपना नाम तो बताया नहीं " लिली ने कहा," मेरा नाम लिली है, आप दोनों अपने नाम बताये, ये भी बताये आप कहा रहते है " उनमें से एक

ऐलियन ने कहा," बच्चे हमारी दुनिया तुम्हारी दुनिया से अलग है, हम बहुत दूर रहते है, लेकिन कोई दिल से हमें याद करता है तो हम तुरन्त उसके पास होते है, मेंरा नाम X sphere Z दूसरे का नाम Y sphere Z है, अच्छा अब तुम भी अपने घर जाओ हम भी चलते हैं, अब हम दोस्त हैं, तुम

जब याद करोगी हम आ जाएगे " लिली ने कहा," जीसस से मेरा सलाम कहना" देखते2 दोनों ऐलॉयन्स ना जाने कहा चले गए। लिली राबिया काकी के पास

सो गई । सुबह काकी ने उठ कर अस्पताल ले जाने के लिए भोजन तैयार किया लिली को तैयार किया और अस्पताल के लिए चल पड़ी वहाँ पहुंच कर लिली अपनी माँ और मासी से मिल कर बहुत खुश हुई उसने अपनी माँ को एक गिलास पानी उसी तरह दिया जैसे ऐलियेनस ने बताया था अपनी मासी को भी बताया कि पानी कैसे दे इससे मॉ जल्दठीक हो जाएगी बगान का मालिक बहुत दयालू है उसने अपने मैंनजर से ईलाज के लिये धन मारिया के पास पहुंचवा दिया।


7 दिन अस्पताल में रह कर मारिया घर आ गई रोजी और राबिया की मेहनत और लिलि के विश्वास से मारिया के हेलथ में तेजी से सुधार होने लगा।

सोमेन दा एक सामाजिक कार्य कर्ता है, वो 4 गाँव में साइकिल से घूम2 कर गरीब बच्चों को पढ़ाते है, सामाजिक कु प्रथा के खिलाफ लोगों को जागरूक करते है, वाम विचार धारा के अनुआयी है, एक दिन अब्दुल काका से मुलाकात होने पर काका ने कहा," मास्टर जी हमारे गांव के बच्चों को भी पढ़ा देते तो गरीब बच्चों को इल्म की रोशनी मिल जाती " शोमेन दा ने कहा "आप बच्चों को कह दीजिए काली मंदिर पर शाम4.00 बजे बच्चे आ जाए मैं उन्हें

कापी, पेन्सिल ,किताब सब दूंगा ,"अब्दुल काका ने गांव में घर 2 जा कर बच्चों को पढ़ने भेजने के लिये सबसे कहा लड़कों को भेजने को सब तैयार हो गए

लेकिन लड़कियों के लिए कहने लगे लड़की को पढ़ने की क्या जरूरत उसे तो चौका बर्तन ही करना है,अब्दुल काका ने समझाया अपनी सोच बदलो अब

लड़के और लड़की में कोई भेद नहीं है लड़की को आत्म निर्भर बनाओ। अब्दुल काका ने मारिया से भी कहा कल से लिलि 4.00 बजे शाम को काली

मन्दिर पढ़ने जाएगी लिलि बहुत खुश हुई। अब्दुल काका के प्रयास से गांव मे स्कूल चालू हो गया। जब जब लिलि उदास होती अपने ऐलियेन दोस्तों को याद करती वो दोनों आकर उससे मिलते उसका हौसला बढ़ाते उससे बाते करते और चले जााते, लिलि ने अपनी दोस्ती के बाबत किसी को कुछ नहीं बताया ।

लिली ने पूरी लग्न और मेहनत से पढ़ाई किया लिलि ने साइक्लोजी में गोहाटी यूनिवर्सिटी से पी जी किया और phd कर के गांव से लगभग 15 km दूर

सुभाष चन्द बोस कॉलेज में अध्यापन कार्य शुरू कर दिया। लिलि के कैरियर में सोमेन दा का विशेष योगदान रहा।


अगले माह विधानसभा का चुनाव होना था। CPM ने सदर सीट से सोमेन सरकार को अपना कंडीडेट बनाया। सोमेन दा के publicity मेंलीली ने रात दिन एक कर दिया दादा की सेवााओं को याद करते हुए जनता ने भरपूर समर्थन दिया Sitting MLA ने लिलि को उठवा लिया ये खबर आग की तरह फैल गई, दादा के साथ2 जनता ने भी लिलि को सही सलामत बरामद करने का दबाव पुलिस पर तेज कर दिया, मारिया बहुत परेशान थी एक रात लिलि बदहवास

हालत में घर लौटी और सुबह दादा के साथ SP के बंगले जा कर SP को पूरी घटना से अवगत कराया, SP ने लिलि के बयान के आधार पर sitting

MLA के भाई, साले और भतीजे को हिरासत में ले लिया। मतदान 80 फिसदी हुआ sitting MLA ने हिंसा कराने की पुरी कोशिश कीया परन्तु. SP की तैयारी से कोई अप्रिय घटना नहीं घट पाई । सोमेन दा भारी बहुमत से चुनाव जीत गये पाप का राज्य समाप्त हुआ। सोमेन दा ने अपने ऐरिया में 4 स्कूल

चालू करवा दिया जिसका उद्घाटन लिली से कराया। लिलि ने अपनी लिखी किताब "Alliance my friend " का विमोचन दादा से कराया जिसमें

लिलि ने लिखा है कैसे दो ऐलियेनस दोस्तों ने उसे बाहुबली MLA. की कैद से आजाद होने में उसकी मदद किया और कैसे वे उसके हौसले को

हमेशा बढ़ाते रहे ।



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