Story writer
बेटा आज तूने मेरी आँखे खोल दी अब मुझे साफ 2 दिखाई दे रहा है कि कोई मजहब इंसानियत से बड़ बेटा आज तूने मेरी आँखे खोल दी अब मुझे साफ 2 दिखाई दे रहा है कि कोई मजहब इंसानियत...
ने फोन कर के पूरी बात बताया मै भरत के त्याग के सामने अपने को बहुत छोटा पता हूँँ। ने फोन कर के पूरी बात बताया मै भरत के त्याग के सामने अपने को बहुत छोटा पता हू...
लिलि उदास होती अपने ऐलियेन दोस्तों को याद करती वो दोनों आकर उससे मिलते उसका हौसला बढ़ाते लिलि उदास होती अपने ऐलियेन दोस्तों को याद करती वो दोनों आकर उससे मिलते उसका हौसल...
मुझे पहली बार आप लोग अहसास करा रहे है की बशीर काका, काकी साहिल सब गैर है। मुझे पहली बार आप लोग अहसास करा रहे है की बशीर काका, काकी साहिल सब गैर है।