किस्मत
किस्मत
दिन दयाल हर रोज खेती में काम करता। शाम को घर लौटते। घर में अपनी गाय, बैल, का सेवा करता। रात को कुछ खाकर सो जाने से पहले अपना इष्ट देव को प्रणाम करता। एक दिन सोने के बेला अपना पत्नी आकर अपनी बेटी के बारे में कुछ बात की, बात यह थी कि बेटी बड़ा होगी, लड़की पराई है, उसके लिए अच्छा लड़का के साथ शादी करवा देना चाहिए। दीनदयाल ने अपना पत्नी को कहा, अभी तो वहीं पढ़ रही है, उसकी पढ़ाई ख़तम नहीं हुई, उसकी शादी के बारे में तुमको इतना सोचना जरूरी नहीं। चाहे तो अपनी बेटी की शादी करो या उसका जीवन बनाने की बात करो। पत्नी ने कहा, तुम तो सारा दिन खेत पर काम करते रहते हो , आजकल जो हालात है कोई बदमाशी करके लड़की को ले जाए तो ? दींनदयाल ने कहा, लड़की की ऐसी चीज नहीं जी चोरी हो सकती, जब वहीं ठीक है तो कोई भी कुछ नहीं कर सकता। अपनी लड़की पिताजी और माताजी की बात सुनती है । आकर बोली, पापा आपने मुझसे वादा किया कि मेरी पढ़ाई ख़त्म करवायेंगे, पढ़ाई के बारे में सोचिये उसे छोड़ कर मेरी शादी की बातें मत करिए। पिता माता दोनों चुप हो गए।
इंतजार के बाद अब वहां के लोग दीनदयाल से मिठाई मांगे। क्यों कि, लड़की ओडिसा में शिक्षा विभाग की निरीक्षक है।
