कहानी
कहानी
कहते हैं जब कोई न हो तो अपने दिल की बातों को कागज पर उतार देना चाहिए, तो बस वही करने जा रहा हूँ । ये कहानी है विहान की तो चलिए शुरू करते हैं। दो दिन ही बीते थे नैना से दूर हुए पर लगता था जैसे दो युग होने को आये, नैना ये नाम विहान की जिंदगी का सबसे खूबसूरत नाम है। पर आज विहान दूर आ गया है उस नाम से जिसके बिना जीना कितना मुश्किल है इसकी कल्पना करते हुए भी उसका दिल बैठा जा रहा है, पर क्या हुआ ऐसा , कितना प्यार था, नैना कितना ख्याल रखती थी उसका, पूरा दिन बस विहान, विहान , विहान का जरा सा सर दर्द भी नैना को बहुत तकलीफ देता था और आज नैना के मुश्किल वक़्त में उसका साथ छोड़ आया था विहान , पर आखिर क्यों?
ऐसा क्या हो गया, बो विहान जिसका नैना के अलावा और कोई भी न था उस विहान ने ऐसा किया । एक वजह ऐसी भी होगी इसका अंदाजा शायद विहान को भी न था ऐसा भी दिन आयेगा जब अपनी सबसे खूबसूरत जिंदगी अपनी नैना से दूर होना पड़ेगा बो भी उसे बिना बताये। इससे अच्छा तो मर जाता कम से कम नैना को इतना न सहना पड़ता। इतने सालों से जिस नैना के लिए सिर्फ खुशी मांगने वाला विहान आज उसका सबसे बड़ा दुख बन गया है। आखिर क्यूँ नैना की क्या गलती थी .... तुमने ऐसा क्यूँ किया बस यही शब्द थे विहान की पूरी डायरी में...... ।