जैक स्पैरो इन इंडिया
जैक स्पैरो इन इंडिया
यूं तो दुनिया में एक साथ काफी कुछ चलता रहता है। अब यह कौन जानता था कि एक दिन कप्तान जैक स्पैरो हिंद महासागर से होता हुआ भारत पहुंच जाएगा ।हुआ कुछ यूं था कि जैक स्पैरो का कंपस उसे भारत लेकर आया था । जब भारत के समुद्री मछुआरों ने काले झंडे वाले विशाल जहाज को हिंद महासागर में देखा था ,सारे मछुआरे डर गए। बात उड़ती-उड़ती तंजौर के राजा राघव नायक तक पहुंच गई ।सभासद भी डर गए थे। पर राजा राघव नायक जान गए थे कि समुद्री लुटेरों को उनके राज्य में आना अच्छा शगुन नहीं है ।
उनके पूर्वजों में मान्यता थी यदि कोई समुद्री लुटेरा आपके राज्य में आए तो समझना है राज्य खतरे में है । पर राजा राघव ने जैक स्पैरो को अपने महल में आने का न्योता दिया इधर जब जैक स्पैरो महल में आराम फरमा रहा था तो उधर किसी ने ब्लैक पर्ल जहाज को अपने बोतल में उतार लिया था।जैक को जब यह पता चला वह अपने कंपस को कोस रहा था जो हमेशा उसे सही राह बताता था पर आगे क्या?
राजा राघव ने जान लिया था कि यह सब मदुरई के नायक राजा की चाल है और उन्होंने जैक स्पैरो से इस विषय में मंत्रणा की ।उन्होंने बताया कि उनके पूर्वजों ने एक बार समुद्र में तैरती खाली नाव से एक बालू से भरा संदूक पाया था जिस पर यह लिखा था कि
"Once time will come, sand will make ship alive"
(वक्त आने पर बालू जहाज को भी जिंदा करेगा)
जैक ने समझ लिया था कि यह ब्लैक जहाज के बारे में ही था ।उसे बालू से भरा संदूक तो मिल गया था पर बोतलबंद जहाज का पता नहीं चल पाया था ।
इधर राजा राघव के गुप्तचरों को पता चला यह मदुरई के राजाओं की चाल थी और यह भी ज्ञात हुआ कि वो हमला करने वाले हैं।राजा राघव सतर्क थे ।जैक स्पैरो भी समझ चुका था कि वह युद्ध से बच नहीं सकता ।अच्छी लड़ाई हुई काफी सैनिक मारे गए । जीत राजा राघव की हुई मदुरई के नायक तो भाग गये।पर उसके सेनापति के पास से बोतल बंद ब्लैक पर्ल जहाज प्राप्त हो गई थी ।
राजा ने काफी संपत्ति जैक को उपहार में दिए। तट पर संदूक के बालू को रखा गया और उसपर बोतलबंद जहाज को रखते ही जहाज समुंदर में वास्तविक रूप में आ गया।जहाज का नियंत्रण संभालते हुए जैक सोच रहा था शायद कंपस ठीक ही दिखा रहा होगा । जैक ने कंपस देखा और अपने जहाजियों को दुत्कारते हुए पश्चिम में चलने को कहा जहाँ नए एडवेंचर उसका इंतजार कर रहे थे।
