डाॅक्टर (आज के योद्धा)
डाॅक्टर (आज के योद्धा)


समाज में कई लोग रहते हैं। सभी का अपना-अपना योगदान उस समाज को सुदृढ़ बनाने में होता है। कुछ लोग समाज में ऐसे भी होते जो समाज में अपनी छवि यूँ बना लेते हैं कि वें सभी के प्रिय हो जाते हैं। इन्हीं में से हैं डाॅक्टर जो आज की इस महामारी के दौर में किसी ईश्वर से कम नहीं । यहाँ तक कि इनकी तुलना ही नहीं की जा सकती किसी से क्योंकि ये अतुलनीय है। आज कोरोना एक ऐसे राक्षस के रूप में पूरे विश्व में कहर बरपा रहा कि इसे रोकना संभव नहीं हो पा रहा है , ऐसे में जो इन राक्षसों के सामने ईश्वर बनकर प्रकट हुए हैं वें डाॅक्टर ही है । अपनी ज़िंदगी को किनारे कर दूसरों की ज़िंदगी बचा रहे हैं। घर-परिवार, बाल-बच्चे इनके भी है पर हम सबके लिए ये अपनी जान गंवा रहे हैं। आज पूरे विश्व में सैकड़ों डाॅक्टर अपनी जान कुर्बान कर चुके हैं।
हम सभी घर पर सुरक्षित है। मौज से खा-पी रहे और कभी केंद्र सरकार को तो कभी कभी राज्य सरकार को कोस रहे हैं। सोचों अगर डाॅक्टर जिन्हें सबसे पहले स्वयं के जान की खतरा होती है , वें भी इसी तरह मौज लेते और अपनी कर्त्तव्य से भटकते तो हम-सब का क्या होता। और नहीं तो लोग रक्षा करने वाले इन दूतों पर ही आक्रमण करना शुरू कर दें रहें। ईश्वर इन्हें सद्बुद्धि दें।
हम सभी का कर्तव्य बनता है कि इन योद्धाओं को सलाम करें
अंत में कुछ पंक्तियाँ आज के दौर के देवताओं को समर्पित है
तुम महान हो
तुम पूरे विश्व की शान हो ।
जिनके द्वारा
आज हम रोग-दुख से हैं सुरक्षित
तुम वह दवा की खान हो।
आज डाॅक्टर्स डे है । (आज ही के दिन डाॅ. विधानचंद्र राॅय का जन्म हुआ था। स्वतंत्रता सेनानी , समाज सेवी , राजनेता और शिक्षाशास्त्री होने के साथ ही प्रसिद्ध चिकित्सक थे । 1948 से 1962 तक वो पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री भी रहे । आज़ादी के बाद अपनी पूरी जिंदगी चिकित्सा को समर्पित करने के कारण ही उनके जन्मदिन को भारत में ' डॉक्टर्स डे ' के तौर पर मनाया जाता है । कई मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों की नींव रखने में डॉ . रॉय का महत्वपूर्ण योगदान रहा । चिकित्सा के क्षेत्र में मिली उपलब्धियों के कारण उन्हें 1961 में भारत रत्न भी दिया गया । डॉ.विधान चंद्र रॉय के नाम पर भारत में चिकित्सा के क्षेत्र में सबसे बड़ा अवार्ड दिया जाता है । ) जिस प्रकार किसी का जन्मदिन किसी के विशेष होता है ठीक उसी तरह यह दिन उनके लिए विशेष है। इसीलिए हमारा यह कर्त्तव्य बनता है कि हमें उनके हमारे जीवन में महती भूमिका के लिए बारम्बार प्रणाम करना चाहिए । यदि हमें सुरक्षित रहना है तो सबसे पहले उन्हें सुरक्षा चाहिए।
हैप्पी डॅाक्टर्स डे चैम्पियंस