चिंता
चिंता
लोग बुद्धिमान व्यक्ति के पास आते रहे है, हर बार उन्ही समस्याओं की शिकायत करते है।
एक दिन उसने उन्हे एक चुटकुला सुनाया और सभी लोग हंसी में झूम उठे।
कुछ मिनटों के बाद, उन्होंने उन्हे वहीं चुटकुला सुनाया और उनमे से कुछ ही मुस्कुराए।
जब उसने तीसरी बार वहीं चुटकुला सुनाया तो कोई भी नहीं हंसा।
बुद्धिमान व्यक्ति मुस्कुराया और कहा, आप एक ही मजाक में बार-बार हँस नहीं सकते, तो आप हमेशा एक ही समस्या के बारे में क्यों रो रहे है?
कहानी का नैतिक : चिंता करने से आपकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा, यह सिर्फ आपका समय और ऊर्जा बर्बाद करेगा।