औकात
औकात
अपनी हालात को देखते हुए भी अभिषेक औरों की तरह नहीं बैठा। बल्कि वह अपनी औकात से दो कदम आगे बढ़कर संघर्ष किया और सफल भी हुआ। और समाज में उसे सम्मान भी मिला।और उसने सभी के लिए एक मंत्र दिया कि। .. "औकात से बढ़कर सपने देखों और पूरा करो।"
अपनी हालात को देखते हुए भी अभिषेक औरों की तरह नहीं बैठा। बल्कि वह अपनी औकात से दो कदम आगे बढ़कर संघर्ष किया और सफल भी हुआ। और समाज में उसे सम्मान भी मिला।और उसने सभी के लिए एक मंत्र दिया कि। .. "औकात से बढ़कर सपने देखों और पूरा करो।"