मैंने पूछा भाई ये सब तुम कैसे जानते हो ? उसने कहा कविता, कहानियां भी लिखता हूँ । पत्र-पत्रिकाओं में ... मैंने पूछा भाई ये सब तुम कैसे जानते हो ? उसने कहा कविता, कहानियां भी लिखता हूँ ।...
मन में ठान लो तो कुछ भी नामुमकिन नहीं मन में ठान लो तो कुछ भी नामुमकिन नहीं
भूख उतना नहीं तोड़ती इंसान को ,जितना उसके कहे शब्द तोड़ देते है.... भूख उतना नहीं तोड़ती इंसान को ,जितना उसके कहे शब्द तोड़ देते है....
विकल की बातों से चरणप्रीत की आँखें नम होने को थी इसलिए उसने बहाने से अपना मुँह फेर लिया। विकल की बातों से चरणप्रीत की आँखें नम होने को थी इसलिए उसने बहाने से अपना मुँह फ...
बदली है यह दुनिया पर तेरी मंज़िल वही है। बदली है यह दुनिया पर तेरी मंज़िल वही है।
वह सोचती है के उसका बेटा नौकरी करता है। उनको नहीं पता के मैं रिक्शा चलाता हूँ वह सोचती है के उसका बेटा नौकरी करता है। उनको नहीं पता के मैं रिक्शा चलाता हूँ