अतीशा भाग -7
अतीशा भाग -7
अतीशा को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था आखिर शिखर है कौन और रजिया काकी ने यह नाम क्यों लिखा।
कहीं यह रजिया काकी की कोई नयी चाल तो नहीं, अतीशा सिर पकड़कर बैठ गयी, अब वह क्या करे उसे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था।
अतीशा सोच ही रही थी कि तभी मोबाइल बजा, अतीशा ने घबराते हुये फोन उठाया और हैलो बोला आवाज किसी महिला की थी, कौन अतीशा ने धीरे से बोला, मैं सकीना हूं बेटा दूसरी ओर से आवाज आयी।
अतीशा: जी बोलिये।
सकीनाः रजिया काकी के साथ जल्दी से महाबलेशवर आ जाओ, तुम्हें तुम्हारे सारे सवालों के जवाब मिल जायेंगे।
अतीशा कुछ कहती उससे पहले ही फोन कट गया। अतीशा वापस सकीना को फोन लगाने लगी पर फोन पर आवाज आयी कि फोन संपर्क क्षेत्र से बाहर है। अतीशा चुपचाप आसमान की ओर देखकर बोली अब मैं क्या करूँ, तभी कुछ आवाज सी आयी अतीशा ने दरवाजा खोला और किसी को सीढ़ी से जाते हुये देखा और चुपचाप उसका पीछा करने लगी। नीचे पहुँचते ही वह गायब हो गया पर ये क्या दरवाजा तो बंद है तो फिर उफ कहते हुये अतीशा ने जैसे ही हाथ दीवार पर मारा तो अचानक से वो आगे की तरफ गिरते गिरते बची, अरे ये क्या, ओह यह है वो गुप्त दरवाजा, अतीशा ने बुदबुदाते हुये कहा।
तभी आहट हुयी और अतीशा अलमारी के कोने में जाकर छुप गयी।
क्रमशः