अरमान की ख्वाहिश (भाग -1)
अरमान की ख्वाहिश (भाग -1)
"ट्रेलर ",,,,,,,,,,
एक लड़की बस के अंदर बैठी हुई थी। आंखें एकदम लाल और आंसुओं से भरी हुई थी। दिखने में बेहद मासूम और खुबसूरत थी ।वह अपनी मासूम आंखों से सामने खड़े लड़कें को देख रही थी।
वह लड़का भी दिखने में बेहद ही हैंडसम और आकर्षक था । उसकी आंखें नीली थी, जिसमें गुस्सा साफ देखा जा सकता था और उस लड़की के लिए बेइंतहा मोहब्बत भी।
इस वक्त वह लड़का शर्टलेस था ।वह लड़का उस लड़की की तरफ झुकता है,जो इस वक्त सीट से चिपककर बैठी हुई थी ।वह लड़का धीरे से उस लड़की के गालों को सहलाता है।
उसके ऐसा करते ही वह लड़की थोड़ा सहम सा जाती है।फिर वह लड़का अपना हाथ धीरे से उस लड़की के कमर पर रखता है।
उसके ऐसाम करते ही वह लड़की, अचानक से उस लड़के के गले लग जाती है।( यह बात उस लड़के के लिए आश्चर्य की बात थी )
वह लड़की उस लड़के से गले लगकर,सिसकते हुए उससे कहती है - please hero,,, ( पहली बार उस लड़के ने उस लड़की की आवाज ढंग से सुनी थी, जो बेहद ही प्यारी थी )
ह.. ह .... हमें जाने दें।ह... ह...हम छोटी जगह की लड़की हैं। हमें यह सब शोभा नहीं देता।ह ... ह... हम बस यहां अपनी पढ़ाई के लिए आये थे । अपने, अपने मां - बाबा, अपने भाईयों के लिए। अ...अ .... अ.... अगर हमारी वजह से हमारे बाबा की इज़्ज़त में आंच आई तो हम मर जाएंगे हिरो। कितनी बातें करेंगे लोग, बाबा सह नहीं पाएंगे हिरो।हम तो अपने परिवार के लिए ही जीते हैं,और वो हमारे लिए,तो आप ही बताइए हिरो ह...ह... हम कैसे उनको ठेस पहुंचाए।ह...ह... हमें जाने दें हिरो।
वह यह कहकर और ज्यादा रोने लगती है और उसकी पकड़ उस लड़के पर और कस जाती है।
वह लड़का जो अब तक गुस्से में था, अब वह बिल्कुल ही शांत था ।वह उस लड़की को बेहद प्यार से hold किया हुआ था।
बस जो उस लड़के के जो दोस्त थे वे यह नाजारा देख आश्चर्य में थे ।
उस लड़की की पकड़ अब ढिली हो चुकी थी और बेहोश होने लगी थी।वह लड़का उस लड़की को अपनी गोद में उठा कर अपने भावहीन चेहरे के साथ लंबे कदमों का ढग भरते हुए,बस से बाहर आ, अपने कार की ओर चला जाता है।
वह लड़का उस लड़की के बालों को किस करते हुए और please,,,,, please,,,,,, please ऐसा बोलते हुए जा रहा था।
हां यह थी कहानी का पहला भाग।
तो आने वाले भाग में आप जानेंगे की यह लड़का कौन है और यह लड़की कौन है।
So,
To be continued.............