यहीं पर विद्यमान है फिर और कहां से लाएंगे " ? इस बात पर सभी हंस पड़े। यहीं पर विद्यमान है फिर और कहां से लाएंगे " ? इस बात पर सभी हंस पड़े।
दिल तो सहजता से कही भी किसी के साथ भी हिलमिल जाता है। दिल तो सहजता से कही भी किसी के साथ भी हिलमिल जाता है।
अब सत्य तुम्हारे समक्ष है चाहो तो स्वीकार करो या अस्वीकार करके यहाँ से चले जाओ..... अब सत्य तुम्हारे समक्ष है चाहो तो स्वीकार करो या अस्वीकार करके यहाँ से चले जाओ.....
इस तरह इंतकाल की कार्यवाही अब जाकर समाप्त हुई। इस तरह इंतकाल की कार्यवाही अब जाकर समाप्त हुई।
बस, सभी सत्ता की मलाई खाने में लगे रहे। जनता को जवाब तो मुझे देना पड़ता था ? गाली मैं सुनता था ? मैं ... बस, सभी सत्ता की मलाई खाने में लगे रहे। जनता को जवाब तो मुझे देना पड़ता था ? गाली...
गुस्से का जन्म न हो इसका एक ही उपाय है अपनी आवश्यकताओ को कम करो।अपनी इच्छाओं व कर्तव्य गुस्से का जन्म न हो इसका एक ही उपाय है अपनी आवश्यकताओ को कम करो।अपनी इच्छाओं व क...